Write Good Answer: जीवन में किसी भी परीक्षा में सफलता के लिए जो सबसे बड़ी जो स्किल चाहिए होती है वह है अच्छा उत्तर लिखने की स्किल या कला।
इस ब्लॉग में इस प्रश्न का उतर मुख्यतः डा0 विकाश दिव्यकृति के विचार पर आधारित है, इनके द्वारा इस महत्वपूर्ण बिन्दु पर कुछ गुढ़ जानकारियाँ दी गयी है, जिसकी जानकारी हर परीक्षार्थी को अवश्य होना चाहिए. इसी उद्देश्य से इस विषय पर जानकारियां दी जा रही है।
इसके लिए हम डा0 विकाश दिव्यकृति सर का धन्यवाद करते है, जिन्होने काफी सरल भाषा के माध्यम से कठिन से कठिन विषयों पर जानकारियाँ प्रदान करते है
जब आप किसी भी परीक्षा में बैठते है तो परीक्षक आपको नहीं जानते है इसमें केवल आपकी उतर पुस्तिका ही आपका विजिटिंग कार्ड होती है
प्रश्न का उत्तर ऐसा होना चाहिए जिसे पढ़कर परीक्षक को यह लगे कि यह परीक्षा इसी परीक्षार्थी को ढ़ढने के लिए आयोजित किया गया था।
-डा0 विकाश दिव्यकृति
बहुत बार ऐसा देखा जाता है कि कोई विद्यार्थी कम पढ़ते है लेकिन वे परीक्षा में सफल हो जाते है लेकिन कुछ विद्यार्थी ज्यादा पढ़ने के बावजूद भी सफल नहीं हो पाते है, इसमें सबसे बड़ी एक स्किल काम आती है वो है सही उत्तर लिखने की कला।
अच्छा उतर कैसे लिखा जाय
अच्छा उतर लिखने के लिए आवश्यक है कि यह कुछ बिन्दु पर आधारित हो, जिसे मुख्यतः दो भाग में बाँटा जाता है जिसमें पहलाः-
उतर की विषय वस्तु
- विस्तार या परिधि,
- अनुपात/संतुलन – अनुपात की माँग के अनुुुुुुुुुुुुुुसार
- प्रमाणिकता
एवं दूसरा भागः-
उतर का प्रस्तुतीकरण
- उतर के भाषा,
- प्रस्तुतीकरण
विस्तार एवं परिधि
किसी भी प्रश्न का उतर सही सही उतर लिखने के लिए यह आवश्यक है कि जो पूछा गया है वही लिखा जाय अर्थात ना ज्यादा लिखे ना कम लिखा जाय। उतर का विस्तार प्रश्न की परिधि के अनुसार हो।
ऐसा नहीं कि प्रश्न का उतर 200 शब्दों में पूरा होने वाला हो और उसका उतर 400 शब्दों में लिख दिया जाएगा, तो ऐसा उतर सही उत्तर की श्रेणी में रखा नहीं जाएगा।
जो पूछा है उसमें से कुछ भी ना छुटे-कभी ऐसा होता है कि प्रश्न के कई संदर्भ होते है एवं उसका उतर केवल एक संदर्भ के आधार पर उत्तर लिख दिया जाय। ना तो अतिव्यापति हो या अव्यापति होने चाहिए।
अनुपात/संतुलन
यदि किसी प्रश्न के उत्तर में एक पक्ष बनते है तो कोई बात नहीं है, लेकिन यदि कई पक्ष बनते है तो उन सारे पक्षो पर उत्तर लिखा जाना चाहिए
जिस प्रश्न में कई पक्ष होते है उन प्रश्नों को बहुपक्षीय प्रश्न कहा जाता है, तो ऐसे बहुपक्षीय प्रश्न के सभी पक्षों का अनुपात में संतुलन होना अति आवश्यक होता है, अर्थात अनुपात पक्ष के माँग के अनुसार.
प्रायः देखा जाता है एक पक्ष छोटा हो जाता है और दूसरा पक्ष बड़ा हो जाता है, ऐसा उत्तर लगंड़ा सा लगने लगता है। मतलब परीक्षक किसी पक्ष को जानना चाह रहा हो एवं दूसरे पक्ष के ओर हो तो अंक कम मिलेेंगे।
एक बात यह भी महत्वपूर्ण है कि जब भी किसी प्रश्न में आपकी राय पूछी जाय तो उसमें सकारात्मकता एवं नकारात्मकता के बीच का संतुलन ऱखते हुए ही उत्तर दिया जाना चाहिए।
पक्ष एवं विपक्ष की बात करते हुए उसमें संतुलन के आधार पर उतर लिखा जाना चाहिए।
प्रमाणिकता
किसी प्रश्न का उत्तर में यदि आपके द्वारा कोई क्लेम किया जा रहा हो तो आवश्यक है कि आपके पास उसके प्रमाण होने चाहिए एवं उसकी ब्याख्या सही-सही हो
जबतक आपके पास प्रमाण नहीं होगे तब तक आपके उत्तर में वजन नहीं होगें।
इसलिए जब भी कोई उत्तर लिखे उसे प्रमाण के साथ लिखने का प्रयास करें, जैसे यदि आप कवि के बारे में बता रहे है तो उनके द्वारा लिखे कुछ कविता का जिक्र अवश्य करें, नहीं तो यह पता कैसे चलेगा की आपका कथन सत्य है या नहीं है। प्रमाण भी प्रश्न के अनुपात में हो, ज्यादा प्रमाण देने से यह होगा कि केवल प्रमाण ही दिखेगा, आपकी बात नहीं दिखेगी।
जैसे किसी कवि की बात लिखेंगे तो उनकी पुस्तक या कथन का जिक्र करेंगे, यदि किसी धारा की बात लिखेंगे तो उस धारा का जिक्र करेंगे तभी जाकर उसकी प्रमाणिकता पूरी होगी।
भाषा
प्रवाह-किसी भी प्रश्न का उतर में भाषा में प्रवाह होना बिल्कुल आवश्यक होता है। हर एक वाक्य दूसरे वाक्य से लिंक हो।
शुद्धता (Spelling and Grammar Mistake) – भाषा में यथासंभव शुद्धता होना चाहिए।
शब्दावली (प्रांजल-साफ एवं सुथरी)-
प्रस्तुतीकरण
किसी भी प्रश्न के उत्तर में उसके प्रस्तुतीकरण का बहुत ही बड़ा योगदान माना जाता है। इसलिए इसको सुंदर बनाने हेतु उसमें पाराग्राफ में लिखे, टेबुल बनाये, ग्राफ बनाये,
Conclusion
मुझे आशा है कि आपको यह ब्लॉग पसंद आया होगा। इसे पढ़कर आपको अच्छा उत्तर कैसे लिखे के बारे में विस्तृत जानकारी मिल गई होगी।